- खाना खाते समय पानी पीना हो सकता है हानिकारक।
- भोजन के समय पानी पीने से पेट की सतह इसे सोख लेती है।
- प्यास लगने पर एक या दो घूंट से ज्यादा पानी न पीएं।
- खाने के साथ पानी पीने से पाचन शक्ति पर होता है बुरा असर।
यूं तो पानी पीना एक अच्छी आदत है। किसी भी रोग को दूर भगाने के लिए पानी एक रामबाण इलाज है। लेकिन क्या आपको पता है खाना खाते समय पानी पीना कितना हानिकारक है आपके स्वास्थ के लिए? इसका सीधा असर आपकी पाचन शक्ति पर होता है। कभी भी खाना खाने के आधे घंटे या 1 घंटे तक पानी नहीं पीना चाहिए। आईए जाने क्यों नुकसानदेह है खाने के बीच में पानी पीना।
क्यों न पीएं भोजन के दौरान पानी
भोजन के समय पानी पीने से यह पेट की सतह द्वारा सोख लिया जाता है। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक कि पेट में पाचन के लिए जरूरी द्रव्य इतने अधिक गाढ़े न हो जाएं कि वे भोजन को पचा सकें। लेकिन खूब सारे पानी पीने के कारण यह द्रव्य पेट में मौजूद भोजन से भी अधिक गाढ़ा हो चुका होता है, ऐसे में भोजन पचाने के लिए पेट में गैस्ट्रिक जूस बनना शुरु हो जाता है। परिणामस्वरूप भोजन नहीं पचता और सीने में जलन होती है।
महत्वपूर्ण बातें
- यदि भोजन सादा हो तो भोजन के समय पानी न पीना लाभकारी होता है। लेकिन जब भोजन अधिक तीखा, मिर्च-मसालेदार, नमकीन, खट्टा हो तो पानी पीना आवश्यक है, ऐसे में पानी पीने से आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं होगा।
- इसके विपरीत यदि भोजन प्राकृतिक हो और भोजन को अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाते हैं तो भोजन के बीच पानी पीने की कोई आवश्यकता नहीं होती।
- तीखा या चटपटा भोजन करते समय ध्यान रखें कि प्यास लगने पर एक या दो घूंट पानी ही पीएं। ज्यादा पानी से पाचन सही से नहीं हो पाता है।
- भोजन करते समय अगर आपको खांसी आती हो और भोजन के बीचमें पानी पीने की जगह दूध, मट्ठा व दही का सेवन करें। इससे आपका भोजन सही से पच सकेगा।
- सर्दियों के मौसम में ठंडा पानी पीने से बचें क्योंकि इस मौसम में आपकी पाचन शक्ति काफी कमजोर होती है।
- भोजन के बीच में पानी पीने से शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ जाता है।
- भोजन के बाद एक कप गर्म पानी पीने से आपकी पाचन शक्ति ठीक रहती है और खाने को पचने में मदद मिलती है।
- अगर आप खाने के साथ अन्य कोई पेय पदार्थ जैस कोल्ड ड्रिंक य दूध लेते हैं तो यह आपके पाचन शक्ति के लिए ठीक नहीं हैं। क्योंकि खाना खाने के साथ यह पेय पदार्थ भी कुछ हद तक वैसा ही काम करते हैं जैसा कि पानी।
कुल मिलाकर पानी पीना सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है, लेकिन दिन में पानी तो आप खूब पियें लेकिन भोजन के साथ ज्यादा पानी न पियें। आप सुबह उठकर खूप पानी पी सकते हैं, या दिन में थोड़ा-थोड़ा कर 3 से 4 लीटर पानी पी सकते हैं।
खाने के साथ पानी पीने का सही समय, क्या जानते हैं आप..
खाना हजम होने में दिक्कत आती है।
-शरीर का तापमान प्रभावित होता है।
-शरीर को सामंजस्य बैठाने में समस्या होती है।
-शरीर का तापमान प्रभावित होता है।
-शरीर को सामंजस्य बैठाने में समस्या होती है।
यह तो हम सब जानते हैं कि खाने के साथ पानी पीना सही नहीं है। यह हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि खाते वक्त पानी पीना क्यों और कैसे हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है? आखिर तमाम विशेषज्ञ बार-बार यह जोर देकर क्यों कहते हैं कि खाते वक्त पानी न पिएं। असल में इसके पीछे कई सारी वजह हैं। आइए इन्हें विस्तार से जानते हैं।
लार का प्रभावित होना
खाते वक्त हमारे मुंह में एक खास किस्म की लार पनपता है। इससे हमारा खाना हजम होता है। मतलब यह कि खाते वक्त मुंह में पनपा लार हमारे शाने को हजम करता है। अगर यह लार न पैदा हो तो हमारे खाने को हजम करने में समस्या होगी। अतः ऐसे में यदि आप पानी पीती हैं तो आपके मुंह के लार प्रभावित होते हैं। दरअसल पानी पीते ही मुंह का लार अंदर चला जाएगा जो कि अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाएगा।
गैस्ट्रिक जूस का प्रभावित होना
खाने के बाद हमारे पेट में गैस्ट्रिक जूस उत्पन्न होती है। यह भी हामरे पाचन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आप खाने के बाद पानी पी लेंगे तो यह गैस्ट्रिक जूस का काम भी बाधित होगा। असल में गैस्ट्रिक जूस न सिर्फ हजम करने में मदद करता है बल्कि खाने के साथ यदि आप किसी तरह का बैक्टीरिया खा जाते हैं, तो गैस्ट्रिक जूस उसे मारने का भी काम करता है। अंततः खाना हजम होने के बाद यहां से सीधे स्माल इंटेस्टाइन में प्रवेश करता है। सो, यह स्पष्ट है कि गैस्ट्रिक जूस का हमारे पाचन क्रिया में बहुत महत्वपूर्ण रोल है।
खाने के बाद पिएं पानी
आपने नोटिस किया होगा कि अगर आप कोई तलाभुना चीज खा लेते हैं तो इससे भी आपको पानी पीने की चाहत बनी रहती है। असल में तला भुना खाने से बार-बार गला सूख रहा होता है। इसे गीला करने के लिए खाने के बाद बार-बार पानी पिया जाता है। लेकिन सही मायनों में अगर देखें तो इस तरह बार-बार पानी पीने से डाइजेस्टिव सिस्टम प्रभावित होता है। लेकिन तलाभुना खाने के चलते पानी की जरूरत शरीर को बनी रहती है। इसलिए कई बार खाने के बाद पानी पीना जरूरी हो जाता है।
जरूरत हो तो पिएं पानी
अब तक आपको यह पता चल ही गया होगा कि पानी पीने की जरूरत आहार विशेष पर भी निर्भर करता है। अतः आपको जैसी जरूरत महसूस हो, वैसा ही करें। अगर खाना खाने के दौरान पानी पीने की जरूरत महसूस हो रही है, तो पानी जरूर पिएं। वैसे भी अपको बता दें कि खाना डाइजेस्ट होने के बाद लिवर का रोल भी महत्वपूर्ण होता है जो कि खाने से सभी पौष्टिक तत्वों को लेकर शरीर के सभी भागों तक खून के जरिए पहुंचाता है। लेकिन इसके लिए लिवर को सही मात्रा में पानी की जरूरत है। इसका मतलब यह हुआ कि यदि हमारे शरीर में खाना खाने के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं होगा तो इससे लिवर सही तरह से काम नहीं कर पाएगा और पानी की कमी के कारण शरीर के सभी हिस्सों में पौष्टिक तत्व नहीं पहुंच पाएंगे।
विशेषज्ञों से लें सलाह
कई बार आप खाने में कुछ नया जरूर आजमाते होंगे। उसे खाने के बाद आप यह नहीं समझ पाते कि पानी पिएं या नहीं। लेकिन आप अगर खाने के बाद पानी पीना पसंद नहीं करती हैं तो इसके लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह ले सकती हैं कि कुछ नया खाने के बाद पानी पिया जा सकता है या नहीं। असल में पानी पीने की जरूरत शरीर की जरूरत के हिसाब से ही तय होती है। अगर आपने कुछ नया ट्राय किया है तो भी यह आपके शरीर के अर्ज होगी कि उसे पानी की जरूरत है या नहीं। नियम के हिसाब से चलना जरूरी है तो किसी विशेषज्ञ से राय ले लें और उसी हिसाब से तय करें कि खाते वक्त पानी पीना है या नहीं पीना।
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